वो मोहब्बत हमसे..
कुछ इस तरह से करते है 💞
बात नहीं करते हमसे ...
मगर मेरी शायरी का इंतजार करते है..💞
इस #मोहब्बत की #किताब के, बस दो ही #सबक याद हुए,
कुछ तुम जैसे #आबाद हुए, कुछ हम जैसे #बरबाद हुए।
भूलना तो ज़माने की रीत है,
मग़र तुमने शुरुआत हमसे क्यों की !!
कितना दुशवार है #फ़ितरत का #बदल लेना यूसुफ़..!!
लोग #काबा🕋 गए, और दिल से #बुराई न गई ..!!
मुझे अपनी वफादारी पे कोई शक नहीं यारों
मैं अपना दिल झुका देता हू जब झंडा उठाता हु..
दिल को सबके लिए #पत्थर बना के रखा है ,
बस मेरी याद को #ज़ेवर बना के रखा है .!!
जिसको तुम लड़की समझते हो , #जादूगरनी है ,
#जानी कितनों को #कबूतर बना के रखा है ..!!
खुशबु को फैलने का बहुत शौक है मगर..
मुमकिन नहीं हवाओं से रिश्ता किए बगैर..
सच के चेहरे में यहाँ झूठ के* *फसाने देखे।*
*"दुश्मनों को जब गौर से* *देखा,उनमे कई दोस्त पुराने देखे।*
कुछ इस तरह से करते है 💞
बात नहीं करते हमसे ...
मगर मेरी शायरी का इंतजार करते है..💞
इस #मोहब्बत की #किताब के, बस दो ही #सबक याद हुए,
कुछ तुम जैसे #आबाद हुए, कुछ हम जैसे #बरबाद हुए।
भूलना तो ज़माने की रीत है,
मग़र तुमने शुरुआत हमसे क्यों की !!
कितना दुशवार है #फ़ितरत का #बदल लेना यूसुफ़..!!
लोग #काबा🕋 गए, और दिल से #बुराई न गई ..!!
मुझे अपनी वफादारी पे कोई शक नहीं यारों
मैं अपना दिल झुका देता हू जब झंडा उठाता हु..
दिल को सबके लिए #पत्थर बना के रखा है ,
बस मेरी याद को #ज़ेवर बना के रखा है .!!
जिसको तुम लड़की समझते हो , #जादूगरनी है ,
#जानी कितनों को #कबूतर बना के रखा है ..!!
खुशबु को फैलने का बहुत शौक है मगर..
मुमकिन नहीं हवाओं से रिश्ता किए बगैर..
सच के चेहरे में यहाँ झूठ के* *फसाने देखे।*
*"दुश्मनों को जब गौर से* *देखा,उनमे कई दोस्त पुराने देखे।*